अगर कोई कम लागत में अच्छा बिज़नेस करना चाहता है तो दोना पत्तल का बिज़नेस कम पूजी वाला बिसनेस है। दोना पत्तल का बिज़नेस लघु उद्योग के अंतर्गत आता है। यह एक सदाबहार व्यापार है और आने वाले समय में इसकी डिमांड और भी बढ़ने वाली है।
दोना पत्तल का इस्तेमाल शादी समारोह, पिकनिक या अन्य फंक्शन में किया जाता है। कार्यक्रमों के दौरान इन दोना पत्तल में चाट, समोसा,खीर, खाना इत्यादि परोसा जाता है। यदि आप भी दोना पत्तल का व्यापार करना चाहते हैं तो इस पोस्ट अंत तक जरुर पढ़ें। क्यूंकि इस पोस्ट में आपको दोना पत्तल का बिसनेस करने के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।
दोना पत्तल बनाने का व्यापार करने का तरीका
दोना पत्तल का बिसनेस कम लागत में ज्यादा मुनाफे का बिसनेस है। और इस बिसनेस की खास बात यह है कि यदि आप पढ़े लिखे नहीं या आपको अनुभव नहीं है तब भी आप इस व्यापार को आसानी से कर सकते हैं।
किसी भी बिसनेस को शुरू करने से पहले उसी योजना जरुर बना लेनी चाहिए। जैसे इस बिजनेस के लिए सबसे पहले सही जगह का चुनाव करें, कच्चा माल कहाँ से खरीदें और दोना पत्तल कहाँ बेंचे। तो चलिए इसके सभी प्रक्रिया को अच्छे से समझते हैं।
दोना पत्तल का व्यापार करने में कितनी लागत लगेगी
दोना पत्तल का व्यापार बहुत कम पैसों में किया जा सकता है। इसके लिए आपको कागज और पेड़ के पत्तों की आवश्यकता पड़ेगी जिसके लिए आप अपने आसपास में उपलब्ध पेड़ों की पत्तियां इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर कुछ नए पेड़ भी लगा सकते हैं।
इसके आलावा आपको दोना पत्तल बनाने वाली मशीन की आवश्यकता पड़ेगी। 10,000 से 20000 रूपये में आपको दोना पत्तल बनाने वाली मशीन आसानी से मिल जायेगी।
दोना पत्तल बनाने के लिए सही जगह चुने
दोना पत्तल का बिसनेस करने के लिए आप एक ऐसी जगह चुने जहाँ पर ज्यादा भीड़भाड़ न हो। क्योंकि फैक्ट्री ऐसे कई हानिकारक पदार्थ बाहर निकलता है जो लोगों को नुकसान पहुचा सकता है।
इसके अलावा ऐसी जगह पर फैक्ट्री जहाँ पर वाहन के आने जाने की व्यवस्था हो क्योंकि माल ट्रक में लोड होकर बाहर जाएगा साथ ही फैक्ट्री में बहुत से मजदूर काम करेंगे, पर्याप्त जगह होने से कुछ दिक्कत नहीं होगी।
दोना पत्तल के लिए कच्चा माल
जब से भारत सरकार ने प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। तब से दोना पत्तल के लिए कागज़ और पत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पत्तों से दोना पत्तल के लिए आपको जरुरत पड़ेगी केले के पेड़ के पत्ते की या फिर किसी ऐसे पेड़ के पत्ते जिनका आकार थोड़ा बड़ा हो।
दोना पत्तल कैसे बनाया जाता है?
दोना पत्तल की प्रक्रिया बहुत आसान है। इसको बनाने के लिए आपको कही से ट्रेनिंग लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती। दोना पत्तल बनाने के लिए आपको स्क्रैप पेपर मशीन में लोड कर देना है इसके बाद दोना पत्तल अपने आप बनने लगेगा।
मशीन पहले स्क्रैप पेपर को बराबर-बराबर आकार में कटिंग करती है और फिर उसके बाद हीटिंग देकर 2 लेयर को आपस में जोड़कर दोना पत्तल बना देती। सारा काम लगभग मशीन करती है इसलिए इस काम के लिए ज्यादा मजदूरों की आवश्यकता नहीं पड़ती।
अगर आप पेड़ की पत्ते से दोना पत्तल बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बहुत सारे पत्ते इकट्ठे करने होंगे जो आकर में बड़े और मजबूत हों। अब इन पत्तों को काटकर, छाटकर और साफ़ कर लें जिससे कि मशीन में कचरा न फैले।
इसके बाद इन पत्तों को मशीन में डालना है मशीन इन्हें दोना और पत्तल के आकर में ढाल देगी। बस इसी प्रक्रिया को दोहराते जाना है और दोना पत्तल बनते जायेंगे।
दोना पत्तल व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन
व्यवसाय चाहे किसी प्रकार का भी हो उसका कानूनी तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाना जरुरी होता है, इसके भविष्य में अपना व्यवसाय को लेकर किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ती। हालांकि दोना पत्तल का रजिस्ट्रेशन कराना बहुत मुस्किल नहीं होता लेकिन इस बिसनेस को बड़े स्तर में करने के लिए कानूनी तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।
सबसे पहले आप जिस भी क्षेत्र में अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं उस क्षेत्र के नगरपालिका के पास जाकर इस बिसनेस का आवेदन करें। इसके बाद आपको प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी लेना आवश्यक है।
इसके बाद आप जिस जगह पर व्यपार करना चाहते है वहां पर बिजली की आवयकता पड़ेगी। इसके लिए आपको बिजली ऑफिस जाकर बिजली का कनेक्शन लेना है। इस बिसनेस को बड़े स्तर में करने के लिए आपको कुछ मजदूर भी रखें पड़ेंगे इसलिए आप इसलिए आप ध्यान रखें कि श्रम कानून का उल्लंघन न हो, नही तो आपको कानूनी रूप से सजा हो सकती है।
दोना पत्तल को सेल कैसे करें?
दोना पत्तल की फैक्ट्री चला रहे है तो अपने माल को अब मार्केट तक पहुचाने के लिए कुछ सप्लायर्स की आवश्यकता पड़ेगी। जो आपके फैक्ट्री से माल उठाकर मार्केट में दुकानदारों तक पहुचा सके। यदि आप माल की भेजने के लिए सप्लायर्स नहीं रखना चाहते हैं, तो आप खुद भी मार्किट जाकर रिटेल कीमत पर बेच सकते हैं।
इसके बाद उन दुकानदारों से माल की आवश्यकता पूछ कर अपने प्रोडक्शन का काम बढ़ा सकते हैं।आप दुकानदारों के रेस्टोरेंट्स वालों से संपर्क कर सकते हैं। अगर आपका माल बढियाँ है तो मार्किट में खरीददारों की कोई कमी नहीं रहेगी।