खूनी बवासीर का रामबाण इलाज – बवासीर एक गंभीर बीमारी है जिसके कारण रोगी के गुदा और मलाशय के अंदर और आसपास की नशों में सूजन आ जाता है, जिससे शौच के दौरान असहनीय पीड़ा होती है साथ ही खून निकलता है। बवासीर होने पर पीड़ित दर्द के साथ-साथ शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
आज के इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि बवासीर क्या है, इसके, प्रकार कारण, लक्षण और खूनी बवासीर का रामबाण इलाज क्या है।
बवासीर क्या है (What is Piles in Hindi)
बवासीर को पाइल्स (Piles) या हेमोर्रोइड्स Hemorrhoids भी कहा जाता है। बवासीर बहुत तकलीफदेह होता है। इसके कारण रोगी के गुदा के अन्दर या बाहर मस्से बन जाते हैं जिससे जिससे मल त्याग करते समय खून भी आ जाता है।
बवासीर प्राइवेट पार्ट में होने वाली एक गंभीर बीमारी है। इसलिए लोग इसके बारे में खुलकर बात नहीं करते। बवासीर का इलाज करना बहुत ज़रूरी होता है नहीं तो रोगी को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
बवासीर के कारण (Causes of Piles in Hindi)
बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे
- गलत खानपान के कारण।
- कब्ज के कारण।
- मल त्याग के दौरान अधिक जोर लगाने से।
- गुदा और मलाशय के ऊतकों का कमजोर होने से।
- कम फाइबर युक्त आहार का सेवन करने से।
बवासीर के लक्षण (Symptoms of Piles in Hindi)
बवासीर होने पर निम्न लक्षण दिखने लगते हैं जैसे-
- मलाशय से रक्त निकलना।
- गुदा के आस-पास खुजली होना।
- मल त्यागने के दौरान गुदा के आस-पास दर्द होना।
- गुदा के पास सूजन, गांठ या मस्से का होना।
- शौच के बाद भी सही तरीके से पेट साफ ना होना और बार-बार मल त्यागने की इच्छा होना।
खूनी बवासीर का रामबाण इलाज – Khooni Bawaseer Ka Gharelu Upay
कभी-कभी सही आहार और जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से भी खूनी बवासीर ठीक हो जाता है। तो चलिए जानते हैं कि खूनी बवासीर का रामबाण इलाज और घरेलू नुख्से क्या-क्या हैं।
(1) ऐलोवेरा का प्रयोग
खूनी बवासीर का रामबाण इलाज करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए गुदा के बाहर के मस्सों में एलोवेरा जेल लगाएं। इससे यह बवासीर की जलन कम और खुजली कम हो जाती है। इसके अलावा आप एलोवेरा के 200-250 ग्राम गूदे को खा सकते हैं। इससे कब्ज के समस्या दूर हो जायेगी और मलत्यागने में आसानी होगी।
(2) लहसुन का प्रयोग
लहसुन में एलिसिन नामक तत्व मौजूद होता है जो बवासीर सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता हैं। साथ ही बैक्टीरिया को पनपने से रोकता हैं। तीन से चार लहसुन की कलियां छीलकर एक कप पानी में डालकर 10 मिनट तक उबाल लें। ठंडा होने के बाद इस पानी को रूई की मदद से गुदा पर 10 से 15 मिनट के लिए रखें।
(3) जैतून के तेल का इस्तेमाल
खूनी बवासीर का रामबाण इलाज करने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। जैतून के तेल को बवासीर के मस्सों पर लगाने से सूजन और दर्द कम हो जाता है।
(4) सेब का सिरका
खूनी बवासीर की समस्या होने पर सेब के सिरके का इस्तेमाल किया जा सकता है। खूनी बवासीर रामबाण इलाज करने के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका डालकर दिन में दो बार पिएं। इसके अलावा बादी बवासीर से राहत पाने के लिए सेब के सिरके में रुई भिगाकर गुदा में रखें।
(5) अरंडी का तेल
बवासीर के रोगियों को अरंडी के तेल का सेवन कर सकते हैं इससे कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही इससे स्टूल मुलायम हो जाता है और मल त्याग करते समय दर्द नहीं होता है। इसके अलावा आप अरंडी का तेल और ट्री ट्री आयल को मिक्स करके रुई की मदद से बवासीर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
(6) पपीते खायें
पपीता में विटामिन और अन्य कई प्रकार के खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं जो जो कब्ज और खूनी बवासीर का रामबाण इलाज करने में कारगर होते है। पपीता को आप अपने नाश्ते में खा सकते हैं। इसके अलावा आप कच्चे पपीते को सलाद के रूप में सेवन कर सकते हैं।
(7) ईसबगोल का प्रयोग
ईसबगोल का इस्तेमाल बवासीर रोगियों का रामबाण इलाज करने के लिए किया जा सकता है। ईसबगोल एक घुलनशील आहार होने के साथ-साथ फाइबर का मुख्य स्रोत माना जाता है। एक गिलास गर्म पानी या दूध के एक चम्मच ईसबगोल भूसी मिलाकर रात में सोने से पहले पिएं। इससे मल त्याग करने में आसानी होगी और दर्द नहीं होगा।
(8) अंजीर का सेवन करें
अंजीर सेवन करना बवासीर रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अंजीर में मौजूद एंटी-इन्फ्टेमेटीर गुण टिश्यू और नसों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता हैं। खूनी बवासीर का रामबाण इलाज करने के लिए आप एक गिलास पानी में तीन अंजीर भिगोकर रातभर के लिए रख दें। अगली सुबह खाली पेट इसका सेवन करें और इस पानी को भी पिएं, जबरदस्त फायदा मिलेगा।
(9) बर्फ से सिंकाई
बवासीर का घरेलू इलाज करने के लिए बर्फ की सिंकाई करना बहुत लाभदायक माना जाता है। बवासीर प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ को रगड़ने से दर्द, खुजली और सूजन से तुरंत राहत मिलती है।
(10) जीरे का प्रयोग
जीरे में फाइबर और कार्मेटिव की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो पाचन क्रिया बेहतर बनाने में मदद करते है। खूनी बवासीर का रामबाण इलाज करने के इए जीरे को भूनकर मिश्री के साथ पीस लीजिये। अब इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार 1-2 ग्राम की मात्रा में मट्ठे के साथ सेवन करें।
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निष्कर्ष
मैं आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट खूनी बवासीर का रामबाण इलाज (Khooni Bavasir Ka Ilaj) जरूर अच्छी लगी होगी। यह पोस्ट केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसलिए इस पर अमल करने से पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। यह ब्लॉग इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।