पुराना से पुराना लकवा का इलाज | Lakwa Ka Ilaj

पुराना से पुराना लकवा का इलाज – लकवे की समस्या आजकल काफी सुनने को मिलती है जिसके कारण रोगी का शरीर काम करना बंद कर देता है। लकवा व्यक्ति के किसी एक अंग या पूरे शरीर में हो सकता है। लकवा ज्यादातर रोगी के शरीर के निचले भाग में या कमर के नीचे हिस्से में होता है।

पैर में लकवा होने के कारण रोगी का पैर तथा पैरों की अंगुलियां काम करना बंद कर देती हैं। आज के इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेगे कि लकवा क्या है और पुराना से पुराना लकवा का इलाज कैसे कर सकते है।

लकवा क्या है – What is Paralysis in Hindi

पुराना से पुराना लकवा का इलाज

लकवा को पैरालिसिस (Paralysis) या पक्षाघात भी कहा जाता है। लकवा के कारण शरीर का कोई एक अंग या आधा हिस्सा कार्य करना बंद कर देता है। लकवा से मरीज का मुंह तिरछा हो जाता है, हाथ- पैर सुन्न पड़ जाते हैं। बोलती बंद होने लगती हैं इसके अलावा अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो कई गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं।

आहार और दिनचर्या में बदलाव करके लकवा को ठीक किया जा है। हालाँकि इसको ठीक होने में कुछ दिन, महीने या साल भर का समय भी लग सकता है।

लकवा होने का कारण – Causes of Paralysis in Hindi

लकवा होने के कारण कई हो सकते हैं जैसे –

  • हाई ब्लड प्रेशर होने से।
  • शरीर में कोलेस्ट्रोल का स्तर अधिक होने से।
  • खून में थक्का जमा होने से।
  • हड्डी या पीठ और सिर में गहरी चोट।
  • पोलियो इंफेक्शन।
  • मांसपेशियाँ और मानसिक दुर्बलता के कारण।

पुराना से पुराना लकवा का इलाज – Paralysis Treatment in Hindi

लकवा को ठीक करने के लिए लिए मरीज को आहार और दिनचर्या में बदलाव करना चाहिए, इससे बहुत बढ़िया फायदा मिलता है। तो चलिए जानते हैं कि लकवा को ठीक करने के लिए मारीज क्या-क्या गतिवितियाँ कर सकते हैं।

(1) हल्दी का काढ़ा

हल्दी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका सेवन करने से शरीर को बहुत फायदा मिलता है। पुराना से पुराना लकवा का इलाज करने के लिए भी हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। लकवा ग्रसित मरीज को हल्दी का काढ़ा बनाकर पिलाने से लकवे का दौरा बंद हो जाता है।

(2) नींबू पानी

नींबू में कई सारे औषधीय गुण पाए जाते है जो लकवा रोग को दूर करने में कारगर होते हैं। इसके लिए रोगी को रोजाना नींबू पानी का एनिमा लेकर अपने पेट को साफ करना चाहिए। ऐसा करने से रोगी के शरीर से ज्यादा से ज्यादा पसीना बाहर निकलेगा और लकवा रोग ठीक होगा।

(3) गीली मिट्टी का लेप

लकवा के असर को कम करने के लिए रोगी के पेट पर गीली मिट्टी का लेप करना चाहिए इससे जबरदस्त फायदा मिलता है। इस प्रक्रिया को आप रोजाना या एक दिन छोड़ कर भी कर सकते हैं।

(4) प्याज

प्याज खाने का जायका बढ़ाने के साथ-साथ शरीर के कई रोगों को ठीक करने में कारगर होती हैं। लकवा के मरीजों को नियमित रूप से प्याज का सेवन करना चाहिए, इससे जल्द सुधार होने लगता है। इसके अलावा रोगी प्याज का रस का सेवन भी कर सकते हैं।

(5) लहसुन

आयुर्वेद में लहसुन के कई औषधीय गुण बताये गए है जिसका इस्तेमाल करके कई प्रकार के रोगों को ठीक किया जाता है। पुराना से पुराना लकवा का इलाज करने के लिए 5-6 कली लहसुन को पीसकर उसमें एक चम्मच मक्खन मिलाकर लकवा के मरीज को खिलाएं इससे बहुत जल्द लकवा ठीक हो जाएगा।

(6) काली मिर्च

लकवा का घरेलू इलाज करने के लिए सबसे पहले एक चम्मच काली मिर्च को पीसकर उसमें तीन चम्मच देसी घी मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को लकवाग्रसित अंगों पर लगाकर अच्छी तरह मालिश करें। इस प्रक्रिया को करने से लकवा ग्रस्त अंगों में सुधार आने लगता है।

(7) सरसों का तेल

लकवा को ठीक करने के लिए सरसों का तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आधा लीटर सरसों के तेल में 50 ग्राम लहसुन डालकर अच्छी तरह पका लें। इसके बाद इस मिश्रण को ठंडा होने दें और फिर इसे छानकर किसी बर्तन में रख लें। उसके बाद रोजाना इस इस तेल से लकवा ग्रसित अंगों पर मालिश करें।

(8) तुलसी

तुलसी में कई सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने में भी सक्षम होता है। पुराना से पुराना लकवा का इलाज करने के लिए पानी में कुछ तुलसी के पत्तों को डालकर उबालें इसके बाद लकवा ग्रस्ति अंगों पर इसका भाप लें बहुत फायदा मिलता है।

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निष्कर्ष

मैं आशा करता हूँ कि आपको यह पोस्ट पुराना से पुराना लकवा का इलाज (Lakwa Ka Ilaj) जरूर अच्छी लगी होगी। यह पोस्ट केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसलिए इस पर अमल करने से पहले किसी डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। यह ब्लॉग इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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